निर्गमित पूंजी (Issued Capital ):- बाजार में कम्पनी द्धारा जितने मूल्य के शेयर विक्रय के लिये जारी किये जाते हैं उसे निर्गमित पूंजी कहते हैं ।
आवेदित पूंजी (Subscribed Capital ):- बाजार में निवेशकों द्धारा जितने मूल्य के शेयर ख़रीदे जाते हैं उसे आवेदित पूंजी कहते हैं ।
यदि आवेदित पूंजी का मूल्य निर्गत पूंजी से कम है, इस स्थिति को अल्प आवेदन कहते हैं। अल्प आवेदन के कारण बाजार में शेयर का मूल्य कम होने लगता है वही यदि आवेदित पूंजी का मूल्य निर्गत पूंजी से अधिक है तो इस स्थिति को अति आवेदन कहते हैं । अति आवेदन के कारण बाजार में शेयर मूल्य बढ़ने लगता है यदि आवेदित पूंजी का मूल्य निर्गत पूंजी के बराबर है तो इस स्थिति को पूर्ण आवेदन की स्थिति कहते हैं पूर्ण आवेदन के कारण बाजार में शेयर का मूल्य स्थिर रहता है ।
बटटा (Discount ) एवं प्रीमियम (Premium ):- अंकित मूल्य की तुलना में शेयर के बाजार मूल्य के अभाव को बटटा कहते है। अंकित मूल्य की तुलना में शेयर के बाजार के आधिक्य को प्रीमियम कहते हैं । यदि अंकित मूल्य और बाजार मूल्य बराबर हो तो उसे मूल्यों में समानता या शेयर एट पार (share at par ) कहते हैं ।
शेयर मूल्य सूचकांक (Share Price Index ) | शेयर बाजार (Stock Exchange) |
Dow Jones | न्यूयॉर्क |
Nikkei | टोक्यो |
MDAX | जर्मनी |
Hang Seng | हांगकांग |
SGX | सिंगापूर |
KOSPI | कोरिया |
SET | थाईलैंड |
TAIEX | ताइवान |
NASDAQ | स.रा. अमेरिका |
SLP | कनाडा |
Bovespa | ब्राजील |
MIBTel | इटली |
MEXBOL(IPC) | मैक्सिको |
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